संताली सांवहेंत जुग नाकाम रेयाक् ओमोनोम आर हारा से आ़द जुग से आदिकाल रेयाक् ओनोरूम परिचय K C Tudu के अनुसार
संताली सांवहेंत् रेयाक् ओनोरूम ( परिचय Introduction )
संताली सांवहेंत जुग रेयाक् ञेनेल आ़द जुग खोन ताला जुग
हा़बिच् अलग अलग चरण रे विकसित आकाना। निया
ओनोल रे, आबो के सी टुडू कोवाक् ओल से ला़या
लेकाते संताली सांवहेत रेयाक् अलग अलग जुग से
काल रेयाक् ओमोनो आर हारा खाटो तेबोन ञेला।
सांवहेत् जुग रेयाक् हा़टिञ ( साहित्यिक युगों का विभाजन Literary Periods)
(1) आ़द जुग से आदिकाल ( 1854 खोन लाहा )
निया़ जुग रेयाक् संताली सांवहेंत् दो बाङ ओल ताहें
काना एकेन थुती रेगे ताहेंकाना । निया़ जुग रेदो होड़
का़हनी, हो़ड़ सेरेञ , का़हतुम , बिनती बांखेंड़, भेण्ता
काथा एमान कोदो एकेन थुती रेगे ताहेंकाना ओल दो
बांङ ताहें काना। खासकर ते निया़ जुग रेगे पिलचू
हड़ाम आर पिलचू बुढ़ी याक् का़हनी हों ञामोक् काना।
(2) ताला जुग से मध्यकाल ( 1854 सेरमा खोन 1946 सेरमा हा़बिच् )
निया़ जुग रेगे ओलोक् होको एहोप् लेदा ,आर संताली
सांवहेंत् से साहित्य दो ओल तोल एहोप् एना । आर
सोमाज रेयाक् आ़री चा़ली, आ़द जुग रेयाक् गाम
का़हनी, बिनती बाखेंड़ एमान कोहों तुमाल जारवा काते
थुती खोन पुथी ते ओल राकप् एना आर पुथी, खोबोर
सकाम रेहों छापा सोदोर एहोप् एना।
(3) नाहाक् जुग से आधुनि काल ( 1947 खोन नित्य हा़बिच् रेयाक् सांवहेंत )
दिसा़म फुरगा़ल खोन तायोम दो आरहों संताली सांवहेंत्
से साहित्य दो चेट से तुल राकांपा एना। चेदाक् जे
दिसा़म फुरगा़ल खोन तायोम दो आरहों आ़डी आयमा
स्कूल, कॉलेज करें हों संताली पा़रसी ते ओलोक्
पड़हाक् एहोप् एना आर संताली सांवहेंत् दो सेंड़ायेना
आर सेंड़ाक् तेगे मिनाक्आ ।
संताली व्याकरण का प्रश्न उत्तर यहां देखें 👇👇
संताल सोमाज रेयाक् ओमोनोम ( संताली समाज की उत्पत्ति Origin of Santali Society)
संताल सोमाज रेयाक् ओमोनोम दो पिलचू हड़ाम
पिलचू बुढ़ी याक् का़हनी खोन गे जुड़व मेनाक्आ,
जहांय रेन एयाय कोड़ा एयाय कुड़ी बोण्सों खोन गे
सांगी काते, चाय चाम्पा रे चास बास लागाव काते बोंगा
बुरू कोहों को मानाव लेत् कोवा। आर सासांङ बेडा रे गे
गेल बार जा़त आर गेल बार गाढ़ कोदो बांधाव लेना
जेलेका :-
1. मुर्मू - चाम्पा गढ़
2. सोरेन - चाय गढ़
3. हांसदा - कुटामपूरी गढ़
4. मारडी - बादोली गढ़
5. किस्कू - कोंयडा गढ़
6. हेम्बरम - खैरी गढ़
7. टुडू - लुई बाड़ी लुकुईबाड़ी से सिंञ गढ़
8. बास्की - हारबोलोयोङ गढ़
9. बेसरा - बानसा़रिया़ गढ़
10. चोड़े - कोडेगाढ़
11. पा़वरिया - बामा गढ़
12. बेदिया - होलोङगाडा गढ़
भौगोलिक विस्तार (Geographical Expansion)
आर नोकू रेन बोण्सो को जा़सती येना आर उनको हो
ओण्डे खोन सासाङ बेडा, जा़रपी दिसोम, आयरे
दिसोम, काञण्डे दिसोम, चाम्पा दिसोम रे ताहें को
एहोप केदा आरनोवा तायोग नुको दो तोड़े पुखरी,
एयाय ना़ई, सोड़ों ना़ई , गांग ना़ई , सिखार दिसोम
सिखा़र दिसा़म , सांत भुम ( पश्चिम बंगाल मिदनापुर
जिला) से लेकाते संथाल परगना ते को सेटेर एना ।
निष्कर्ष (Conclusion)
संताल सांवहेंत् आर सोमाज रेयाक् निया ओनोल ञेनेल
रे उनको वाक् सांस्कृतिक आ़री चा़ली आर सोमाज
रेयाक् लिखोन गोढो़न बेनाव झालकाक् काना। के सी
टुडू वाक् ओल लेकाते से मेन लेकाते संथाल सोमाज
आ़डी खा़दरिञ खोन बोन बुझ दाड़ियाक् काना।
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Thank you so much sir ji 🥲🥲
जवाब देंहटाएंSawhet do tina hatin re menaka
जवाब देंहटाएंAadi moj dada noka ge aayma notes upload me 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
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